बल्लभगढ़, नितिन बंसल (पंजाब केसरी)। टमाटर की खेती करने वाले किसानों को भले ही टमाटर का भाव नहीं मिल रहा हो, लेकिन फरीदाबाद की सब्जी मंडी से निकलते ही टमाटर का रेट 20 से लेकर 25 रूपए किलो तक लिया जा रहा है, जबकि मंडी में 6 से लेकर 10 किलो तक थोक के भाव टमाटर को बेचा जा रहा है। एक तरफ जहां टमाटर की खेती करने वाले किसान भाव नहीं मिलने को लेकर परेशान हैं। किसानों को बड़ी मुश्किल से 4 किलो तक का भाव मिल रहा है। ऐसे में वही टमाटर मंडी से निकलते ही 20 रूपए किलो बाजार में बेचा जा रहा है, कहीं पर तो इस टमाटर को 25 रूपए किलो तक बेचा जा रहा है। फरीदाबाद की सबसे बड़ी सब्जी मंडी के थोक विक्रेता राजेंद्र ने बताया कि उनके पास कई तरह का टमाटर है, जिसकी अलग-अलग कीमतें हैं और 6 से लेकर 10 तक प्रति किलो के हिसाब से हो थोक में टमाटर बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन होने के कारा शहर से अधिकतर लेबर जा चुकी है. इसीलिए टमाटर की खरीद बेहद कम है और इतना माल बिक नहीं रहा, जितना खराब हो रहा है। फरीदाबाद की सड़कों पर बेचे जा रहे टमाटर के भाव को लेकर पूछा तो पता चला कि मंडी से निकलते ही इस टमाटर की कीमतें दोगुनी होती हैं। सड़क पर बेच रहे रिटेल दुकानदार से टमाटर के रेट का पता किया तो वहां पर लोगों को वो टमाटर 20 किलो में बेचा जा रहा था। उहोंने बताया कि भले ही टमाटर पर मंदी की बात कही जा रही हो, लेकिन मंडियों में टमाटर खराब हो रहा है। इसकी उनको भी जानकारी है, लेकिन दुकान पर आते ही टमाटर की कीमत दोगुनी हो रही है और वह 20 रू किलो के हिसाब से यह टमाटर खरीद रहे हैं। मंडी में किसान को भले ही टमाटर का उचित रेट नहीं
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